Haryana News: गुरुग्राम से सांसद और केंद्र सरकार में राज्यमंत्री स्वंतत्र प्रभार Rao Inderjit Singh ने कहां कि अपने ही घर में बहरूपये बहुत है। जो दूसरों के सामने तो भाजपा का गुणगान करते है लेकिन मेरी टिकट कटवाने में पूरी ताकत लगाई गई। ये तो हाई कमान का फैसला ठीक था नहीं तो मेरे अरमानों को कुचलने का पूरा प्रयास किया गया।
एक फिर अपनी ही पार्टी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जब अपने घर में ऐसे बहरूपए रहेंगे तक इस इलाके का भला नहीं हो सकता। वे शुक्रवार डहीना में धन्यवादी दौरे के चलते लोगों को संबोधित कर रहे थे।
बचपन की याद हो गई ताजा: Rao Inderjit Singhने कहा कि-मैं यहां पर किसी के लिए आशीर्वाद मांगने नहीं आया, बल्कि अपनी पुरानी यादों को ताजा करने आया हूं। करीब 42 साल पहले जब मैंनें पहली बार विधानसभा का चुनावा लड़ा था। महज 25 साल की उम्र आप लोगों ने मुझे आशीर्वाद देकर एमएलए बनाया था। मैने अपने पुरानी यादो को भूल नहीं सकता।
परिसिमन से हुई ना इंसाफी हुई
परिसिमन के चलते हमारे साथ ना इंसफी हुईह ै। जाटूसाना के अंदर से डहीना हलके अनेक गांव तोड़ दिए थे। 1972 में इस क्षेत्र के साथ दो नाइंसाफी हुई, वो अभी भी मुझे सताती है। पूरे प्रदेश में 81 सीटें हुआ करती थी। उसके बाद ये 9 सीटें बढ़ाकर 90 कर दी, लेकिन हमारे इलाके की एक सीट कम कर दी। जहां से मैं खुद 4 बार एमएलए बना।
मेरी टिकट कटवाने वाले कई घूम रहे थे
मैं कहता हूं कि हमें संगठित होकर रहना पड़ेगा। हमें अपने हकों की आवाज उठानी पड़ेगी। मेरी तो अब उम्र हो चुकी है, लेकिन मेरी कोशिश है कि मैं अब नई पीढ़ी के उन युवाओं को आगे बढ़ाऊंगा। जो अपना हक मांग सके। मेरी ही साथ पार्टी के नाम कई लोग ऐसे है जो मेरी ही टिकट कटवानें में लगे हुए थे। मेरा तो यह अंतिम चुनाव था। अब युवाओ को आगे आना होगा।