DU PhD Admission 2024: दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) ने 2024-25 के शैक्षिक सत्र के लिए विभिन्न पीएचडी कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए पंजीकरण प्रक्रिया शुरू कर दी है। इच्छुक उम्मीदवार 4 दिसंबर तक ऑनलाइन पंजीकरण कर सकते हैं। पंजीकरण की अंतिम तारीख के दो दिन बाद, यानी 6 दिसंबर से इंटरव्यू प्रक्रिया शुरू होगी, जो 4 जनवरी 2025 तक चलेगी।
पंजीकरण शुल्क और प्रवेश शुल्क:
दिल्ली विश्वविद्यालय के पीएचडी कार्यक्रमों में पंजीकरण शुल्क विभिन्न श्रेणियों के लिए अलग-अलग निर्धारित किया गया है। एससी, एसटी और पीडब्ल्यूडी (PWD) उम्मीदवारों को प्रति कार्यक्रम 300 रुपये का पंजीकरण शुल्क अदा करना होगा। जबकि सामान्य, ओबीसी और ईडब्ल्यूएस उम्मीदवारों को प्रति कार्यक्रम 750 रुपये का शुल्क देना होगा। वहीं, प्रवेश शुल्क का भुगतान 14 जनवरी 2025 तक किया जा सकता है।
आधिकारिक सूचना और प्रवेश प्रक्रिया:
दिल्ली विश्वविद्यालय ने यह स्पष्ट किया है कि इस वर्ष से पीएचडी में प्रवेश के लिए उम्मीदवारों के नेट परीक्षा (NET) के अंक को ही आधार बनाया जाएगा। विश्वविद्यालय ने छात्रों को पंजीकरण के समय सूचना बुलेटिन को ध्यान से पढ़ने और विश्वविद्यालय तथा संबंधित विभाग की वेबसाइट पर प्रवेश से संबंधित सभी जानकारी और अपडेट के लिए नियमित रूप से चेक करने की सलाह दी है।
नेट परीक्षा के अंक और इंटरव्यू का महत्व:
दिल्ली विश्वविद्यालय में पीएचडी कार्यक्रम में प्रवेश के लिए नेट परीक्षा के अंक के अलावा इंटरव्यू भी अनिवार्य होगा। नेट परीक्षा, जो दिसंबर 2023 और जून 2024 में आयोजित की गई थी (21 अगस्त से 5 सितंबर के बीच), के अंकों का 70 प्रतिशत और इंटरव्यू के अंकों का 30 प्रतिशत समग्र चयन में गिना जाएगा।
इस वर्ष से, केवल नेट और जेआरएफ (JRF) उत्तीर्ण छात्रों के लिए 100 प्रतिशत इंटरव्यू का वेटेज रहेगा। वहीं, जिन छात्रों ने नेट परीक्षा नहीं दी है, उन्हें प्रवेश के लिए प्रवेश परीक्षा में अंकों के आधार पर चयनित किया जाएगा।
पहले दो चरणों में हुआ करता था प्रवेश:
दिल्ली विश्वविद्यालय में पहले पीएचडी प्रवेश की प्रक्रिया दो चरणों में होती थी। पहले चरण में केवल नेट और जेआरएफ पास छात्रों का चयन किया जाता था, जबकि दूसरे चरण में प्रवेश परीक्षा के अंकों के आधार पर चयन होता था। इस बार, नेट के अंकों और इंटरव्यू के आधार पर चयन प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी बनाने का प्रयास किया गया है।
विभिन्न पीएचडी कार्यक्रमों के लिए आवेदन:
उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे पहले संबंधित विभागों की वेबसाइट पर जाकर उस विभाग में उपलब्ध पीएचडी कार्यक्रमों की जानकारी प्राप्त करें। इसके बाद, उम्मीदवारों को पंजीकरण प्रक्रिया में भाग लेने के लिए आवश्यक दस्तावेज और जानकारी पूरी तरह से तैयार रखनी चाहिए।
पुलिस द्वारा एफआईआर दर्ज: दिल्ली विश्वविद्यालय में दीवारों पर फिर से लिखे गए आपत्तिजनक नारे:
दिल्ली विश्वविद्यालय में दीवारों को साफ करने के बाद फिर से आपत्तिजनक नारे लिखे जाने के मामले में पुलिस ने दो एफआईआर दर्ज की हैं। पुलिस ने स्वत: संज्ञान लेकर इस मामले में कार्रवाई शुरू कर दी है। यह घटना दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) चुनावों को लेकर दिल्ली उच्च न्यायालय की सख्त टिप्पणी के बाद सामने आई है, जिसके बाद विश्वविद्यालय में दीवारों की सफाई का अभियान तेजी से चलाया जा रहा है।
इन मामलों में से एक घटना मंसारोवर छात्रावास के पास दीवार पर हुई। यहां पर “ऑपरेशन कागार को हराओ” और “BSCEM और मैं अभी भी मरने से मना कर रहा हूँ” जैसे नारे लाल स्याही से लिखे गए थे। दूसरे मामले में, खालसा कॉलेज के गेट नंबर एक के बाहर भी इसी तरह के नारे काले स्याही से लिखे गए थे।
इन नारेबाजी के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर तस्वीरें ली और इन्हें प्रोवोस्ट ऑफिस को भेजा। इस पर विश्वविद्यालय की ओर से कोई शिकायत नहीं मिलने के बाद पुलिस ने स्वत: संज्ञान लिया और एफआईआर दर्ज की। पुलिस अब उन लोगों की तलाश कर रही है जिन्होंने इन नारों को लिखा है।
अब तक की स्थिति:
दिल्ली विश्वविद्यालय में पीएचडी प्रवेश के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया 4 दिसंबर तक चलेगी और इसके बाद इंटरव्यू की प्रक्रिया 6 दिसंबर से शुरू होगी, जो 4 जनवरी 2025 तक चलेगी। यह समय छात्रों के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि उन्हें अपनी तैयारी के लिए पूरी तरह से तैयार रहना होगा। इसके अलावा, विश्वविद्यालय द्वारा दीवारों पर लिखे गए नारों की घटनाओं पर कार्रवाई की जा रही है, ताकि परिसर में शांति और अनुशासन बनाए रखा जा सके।
दिल्ली विश्वविद्यालय ने इस बार पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने की कोशिश की है, और उम्मीदवारों के लिए एक स्थिर, तर्कसंगत और निष्पक्ष चयन प्रक्रिया सुनिश्चित करने का प्रयास किया गया है। विश्वविद्यालय की वेबसाइट और संबंधित विभाग की वेबसाइट पर आवेदकों को नियमित रूप से अपडेट्स मिलते रहेंगे, जिनसे छात्रों को सही मार्गदर्शन मिलेगा।
दिल्ली विश्वविद्यालय ने इस वर्ष से पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया में बदलाव किया है और इसे अधिक पारदर्शी और सटीक बनाने का प्रयास किया है। अब NET और JRF के अंकों के आधार पर चयन किया जाएगा, और इंटरव्यू के अंकों को भी ध्यान में रखा जाएगा। उम्मीदवारों को पंजीकरण के समय सभी निर्देशों और सूचनाओं को ध्यान से पढ़ने की सलाह दी जाती है, ताकि वे किसी भी भ्रम से बच सकें।