Haryana: आंगनवाड़ी राशन वितरण में नहीं होंगे घोटाले, विभाग ने अपनाया ये खास फार्मूला

हरियाणा आंगनबाड़ी

Haryana: हरियाणा के महिला और बाल विकास विभाग ने राज्य के अंगनवाड़ी केंद्रों में महिलाओं और बच्चों को प्रदान किए जा रहे राशन की गुणवत्ता बनाए रखने और घोटालों को रोकने के लिए कड़ा निर्णय लिया है। विभाग ने यह सुनिश्चित करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं कि अंगनवाड़ी केंद्रों में मिलने वाला राशन उचित गुणवत्ता का हो और उसमें किसी भी प्रकार की अनियमितता या धोखाधड़ी न हो।

राशन की गुणवत्ता की निगरानी के लिए समितियों का गठन

महिला और बाल विकास मंत्री, श्रुति चौधरी ने बुधवार को इस मामले पर जानकारी दी और कहा कि विभाग ने राशन की गुणवत्ता की निगरानी के लिए गांवों में समितियों का गठन करने का फैसला लिया है। इन समितियों का मुख्य उद्देश्य राशन की गुणवत्ता की निगरानी करना और यह सुनिश्चित करना होगा कि राशन का वितरण सही तरीके से किया जा रहा है। इन समितियों के माध्यम से ग्रामीणों को यह अधिकार होगा कि वे राशन की गुणवत्ता और वितरण की प्रक्रिया पर पूरी नजर रख सकें और किसी भी अनियमितता की सूचना तुरंत संबंधित अधिकारियों को दे सकें।

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राशन के दैनिक मेनू को प्रदर्शित किया जाएगा

इसके अतिरिक्त, विभाग ने एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया है जिसके तहत प्रत्येक अंगनवाड़ी केंद्र में राशन के दैनिक मेनू को प्रदर्शित करने के लिए बोर्ड लगाए जाएंगे। इस बोर्ड पर हर दिन वितरित होने वाले राशन का पूरा विवरण दिया जाएगा, ताकि ग्रामीणों को यह पता चल सके कि किस दिन क्या राशन वितरित किया जाएगा। इससे न केवल राशन के वितरण में पारदर्शिता आएगी, बल्कि यह भी सुनिश्चित किया जा सकेगा कि राशन की गुणवत्ता पर किसी तरह का सवाल न उठे।

राशन के मेनू का बोर्ड लगाकर, विभाग ने यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया है कि गांव के लोग और माता-पिता जान सकें कि उनके बच्चों और परिवारों को क्या पोषण मिल रहा है। यह कदम अंगनवाड़ी केंद्रों में वितरित किए जा रहे राशन की गुणवत्ता और उसकी सही वितरण प्रक्रिया को लेकर लोगों के बीच जागरूकता फैलाने में सहायक होगा।

कड़े कदम उठाए जाएंगे शिकायतों पर

हरियाणा सरकार ने यह भी सुनिश्चित किया है कि अगर किसी भी तरह की शिकायत प्राप्त होती है, तो तुरंत कार्रवाई की जाएगी। राशन वितरण में किसी भी प्रकार की लापरवाही या घटिया सामग्री मिलने की स्थिति में विभाग सीधे तौर पर उस केंद्र पर कार्रवाई करेगा। महिला और बाल विकास विभाग ने इसे लेकर स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी किए हैं कि शिकायत मिलने के तुरंत बाद उसकी जांच की जाएगी और दोषी पाए जाने पर सख्त सजा दी जाएगी।

मंत्री श्रुति चौधरी ने कहा कि यह कदम बच्चों और महिलाओं को पोषण प्रदान करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उनके अनुसार, बच्चों का मानसिक, शारीरिक और बौद्धिक विकास केवल उचित पोषण पर निर्भर करता है, और इस उद्देश्य को पूरा करने के लिए सरकार ने यह कदम उठाया है।

महिला चौपाल और अंगनवाड़ी भवनों का निर्माण

मंत्री श्रुति चौधरी ने यह भी बताया कि महिला चौपालों और नए अंगनवाड़ी केंद्रों के निर्माण के लिए विभाग ने मैपिंग करवाने के निर्देश दिए हैं। महिला चौपालों का उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को एक मंच प्रदान करना है, जहां वे अपनी समस्याओं को साझा कर सकें और उनके समाधान पर चर्चा कर सकें। इसके अलावा, नए अंगनवाड़ी केंद्रों के निर्माण से बच्चों को बेहतर शिक्षा और पोषण सेवा मिल सकेगी।

हरियाणा सरकार यह सुनिश्चित करना चाहती है कि अंगनवाड़ी केंद्रों में महिलाओं और बच्चों के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध हों। इस दिशा में विभाग तेजी से काम कर रहा है ताकि हर गांव और क्षेत्र में यह सुविधाएं सुचारु रूप से काम कर सकें और लाभार्थियों को सही समय पर सही सेवाएं मिल सकें।

सभी सुविधाओं का होना सुनिश्चित

महिला और बाल विकास विभाग का यह भी कहना है कि अंगनवाड़ी केंद्रों में सभी प्रकार की सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। इन केंद्रों में बच्चों के पोषण के अलावा, उनकी शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल और मानसिक विकास के लिए जरूरी संसाधन भी उपलब्ध होंगे। इसके लिए विभाग ने पहले से ही कई योजनाएं बनाई हैं, जिनका उद्देश्य प्रत्येक बच्चे को उसके विकास के लिए आवश्यक सभी संसाधन उपलब्ध कराना है।

महिला और बाल विकास मंत्री ने कहा कि विभाग का मुख्य उद्देश्य राज्य के प्रत्येक बच्चे को उच्च गुणवत्ता वाला पोषण और शिक्षा प्रदान करना है ताकि वे मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ हों और अपनी पूरी क्षमता तक पहुंच सकें। इसके साथ ही, महिला चौपालों के माध्यम से महिलाओं को सशक्त बनाना और उन्हें अपने अधिकारों के बारे में जागरूक करना भी विभाग की प्राथमिकता है।

हरियाणा राज्य के महिला और बाल विकास विभाग द्वारा उठाए गए ये कदम निश्चित रूप से महिलाओं और बच्चों के पोषण स्तर में सुधार लाने में सहायक होंगे। राशन की गुणवत्ता की निगरानी के लिए समितियों का गठन, दैनिक मेनू का प्रदर्शित होना और शिकायतों पर तत्काल कार्रवाई करना यह सभी कदम यह सुनिश्चित करने के लिए उठाए गए हैं कि लाभार्थियों को उच्च गुणवत्ता का राशन मिले और किसी भी प्रकार की अनियमितता को रोका जा सके।

इसके अलावा, महिला चौपालों और नए अंगनवाड़ी केंद्रों के निर्माण से ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं और बच्चों के लिए सुविधाओं में सुधार होगा। हरियाणा सरकार का यह कदम महिलाओं और बच्चों के समग्र विकास के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है और इसके प्रभावी परिणाम आने की उम्मीद है।