Haryana: हरियाणा सरकार ने सरकारी स्कूलों में पढ़ाई करने वाले छात्रों के लिए एक बड़ी घोषणा की है। राज्य सरकार ने यह फैसला लिया है कि गरीब और मेधावी छात्रों को अब मेडिकल कोचिंग के लिए निजी संसाधनों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। ऐसे छात्र जो डॉक्टर बनने का सपना देखते हैं, अब उन्हें नीट और अन्य मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं में सफलता प्राप्त करने के लिए मुफ्त में मेडिकल कोचिंग की सुविधा दी जाएगी।
शिक्षा मंत्री महिपाल धांडा ने की घोषणा
हरियाणा के शिक्षा मंत्री महिपाल धांडा ने विभाग को इस योजना का पूरा खाका तैयार करने के निर्देश दिए हैं। इस योजना का उद्देश्य कक्षा 10वीं और 12वीं के मेडिकल स्ट्रीम के छात्रों को नीट और अन्य मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी में मदद करना है, ताकि गरीब परिवारों के बच्चे भी अपने सपनों को साकार कर सकें।
पहले चरण में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू होगा यह अभियान
इस योजना को पहले चरण में एक जिले से पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया जाएगा और यदि यह सफल होता है, तो इसे राज्य भर में विस्तार दिया जाएगा। इस योजना के तहत, सरकारी स्कूलों के विषय विशेषज्ञ शिक्षकों को कोचिंग देने की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। आवश्यकता पड़ने पर, निजी कोचिंग संस्थानों के विशेषज्ञ शिक्षकों को भी नियुक्त किया जाएगा।
सरकार का छात्रों के सपनों को साकार करने के लिए पूरा समर्थन
शिक्षा मंत्री महिपाल धांडा ने कहा, “हमारे पास इस कार्य के लिए पूरी इन्फ्रास्ट्रक्चर मौजूद है और यदि आवश्यकता पड़ी, तो निजी शिक्षकों की सेवाएं भी ली जाएंगी। राज्य सरकार किसी भी तरह से छात्रों की मदद करने से पीछे नहीं हटेगी, ताकि वे अपने लक्ष्यों तक पहुंच सकें।”
सपने साकार करने में सहारा बनेगी यह योजना
इस योजना का उद्देश्य गरीब परिवारों के बच्चों को समान अवसर प्रदान करना है। जो छात्र निजी कोचिंग की फीस वहन नहीं कर सकते, उन्हें अब राज्य सरकार की मदद से अपनी पढ़ाई पूरी करने का मौका मिलेगा। इस पहल से छात्रों को नीट जैसी कठिन प्रवेश परीक्षाओं में सफलता प्राप्त करने का एक महत्वपूर्ण अवसर मिलेगा।
क्या है योजना का उद्देश्य?
इस योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य के उन छात्रों को मुफ्त में कोचिंग सुविधा देना है, जो डॉक्टर बनने का सपना देखते हैं, लेकिन आर्थिक तंगी के कारण निजी कोचिंग संस्थानों में दाखिला नहीं ले पाते। इस प्रकार, राज्य सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है, जो छात्रों के उज्जवल भविष्य को सुनिश्चित करेगा।
आगे की योजना और विस्तार
राज्य सरकार ने इस योजना के पहले चरण के सफल कार्यान्वयन के बाद इसे पूरे राज्य में लागू करने का निर्णय लिया है। शिक्षा मंत्री ने यह भी बताया कि इस योजना में सरकारी स्कूलों के शिक्षकों के अलावा, यदि जरूरत पड़ी, तो निजी कोचिंग संस्थानों के विशेषज्ञों की मदद ली जाएगी।
हरियाणा सरकार की यह पहल न केवल गरीब और मेधावी छात्रों के लिए एक वरदान साबित होगी, बल्कि यह राज्य में चिकित्सा क्षेत्र में सुधार लाने की दिशा में भी एक अहम कदम होगा। अब छात्रों को अपनी शिक्षा में किसी भी प्रकार की कमी महसूस नहीं होगी, और वे अपने सपनों को पूरा करने के लिए पूरी तरह से तैयार होंगे।