NHAI : NH 181 घाट सेक्शन का निरीक्षण, NHAI अधिकारियों ने उजागर की चौंकाने वाली खामियां

NHAI : NH 181 घाट सेक्शन का निरीक्षण, NHAI अधिकारियों ने उजागर की चौंकाने वाली खामियां

NHAI : नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) के पर्यावरण विभाग के अधिकारियों ने सोमवार को NH 181 के कल्लार से ऊटी तक के घाट सेक्शन का निरीक्षण किया। यह निरीक्षण मद्रास हाई कोर्ट के निर्देश पर किया गया। निरीक्षण का उद्देश्य उन खामियों का पता लगाना था जो घाट रोड पर ऊपरी हिस्से में की गई वर्टिकल कटिंग के कारण पैदा हुई हैं।

38 किलोमीटर के हिस्से की जांच

NHAI के पर्यावरण विभाग के मुख्य महाप्रबंधक, जो इस मामले में एक पक्षकार हैं, ने 38 किलोमीटर लंबे इस हिस्से का निरीक्षण किया। इस दौरान अधिकारियों ने कई अवैध गतिविधियों का पता लगाया, जिनमें रासायनिक तरीकों से पत्थरों को तोड़कर बोल्डर्स में बदलने का कार्य शामिल था।

NHAI : NH 181 घाट सेक्शन का निरीक्षण, NHAI अधिकारियों ने उजागर की चौंकाने वाली खामियां

अवैध खनन और सुरक्षा उपायों की कमी का खुलासा

अवैध पत्थर खनन का मामला
निरीक्षण के दौरान यह पाया गया कि घाट रोड के कई हिस्सों में अवैध रूप से पत्थरों का खनन किया जा रहा है। रसायनों का उपयोग करके पत्थरों को तोड़ा गया है, जिससे क्षेत्र की भूगर्भीय संरचना पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। यह गतिविधियां इलाके की स्थिरता के लिए खतरा पैदा कर रही हैं।

सुरक्षा उपायों की अनदेखी
हाई कोर्ट के निर्देश के बावजूद वर्टिकल हिलसाइड कटिंग को सपोर्ट करने के लिए ठोस कंक्रीट रेवेटमेंट का इस्तेमाल नहीं किया गया। निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने पाया कि कई हिस्सों में उचित समर्थन संरचनाएं नहीं थीं, जिससे भूस्खलन का खतरा बढ़ गया है।

घाट रोड के गॉर्ज साइड को लेकर चिंता

अधिकारियों ने निरीक्षण के दौरान यह भी पाया कि घाट रोड के गॉर्ज साइड को छेड़छाड़ करना ऊपरी हिस्से की वर्टिकल कटिंग की तुलना में अधिक खतरनाक साबित हो सकता है। यह हिस्सा भूस्खलन और अन्य प्राकृतिक आपदाओं के प्रति अधिक संवेदनशील है।

तकनीकी परामर्श की कमी

NHAI अधिकारियों ने यह भी खुलासा किया कि तमिलनाडु राज्य विंग ने इस परियोजना के लिए NHAI से कोई तकनीकी परामर्श नहीं लिया। यह एक गंभीर चूक मानी जा रही है, क्योंकि घाट रोड जैसी संवेदनशील परियोजनाओं के लिए विशेषज्ञ तकनीकी सलाह आवश्यक होती है।

अदालती कार्यवाही और भविष्य की योजना

अदालती रिपोर्ट तैयार
NHAI ने कहा है कि वह इस निरीक्षण के आधार पर अपनी रिपोर्ट तैयार कर जल्द ही मद्रास हाई कोर्ट में पेश करेगा। अधिकारियों का मानना है कि इस रिपोर्ट में क्षेत्र की मौजूदा स्थिति और सुरक्षा उपायों की सिफारिशों को शामिल किया जाएगा।

भविष्य की कार्ययोजना
NHAI अधिकारियों ने सुझाव दिया कि घाट रोड के दोनों ओर स्थायित्व सुनिश्चित करने के लिए ठोस उपाय किए जाने चाहिए। साथ ही, भविष्य में इस तरह के कार्यों के लिए विशेषज्ञ तकनीकी सलाह लेना अनिवार्य बनाया जाना चाहिए।

पर्यावरण और स्थानीय निवासियों पर प्रभाव

प्राकृतिक संसाधनों की क्षति
अवैध खनन और उचित सुरक्षा उपायों की कमी से इलाके के पर्यावरण पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। स्थानीय जल स्रोतों और वन्य जीवन को भी खतरा है।

स्थानीय निवासियों की चिंताएं
घाट रोड से गुजरने वाले स्थानीय निवासियों और यात्रियों ने भी अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता व्यक्त की है। उनका कहना है कि क्षेत्र में भूस्खलन की घटनाएं बढ़ने से उनके जीवन पर खतरा मंडरा रहा है।

NH 181 घाट सेक्शन पर NHAI अधिकारियों द्वारा किया गया निरीक्षण गंभीर खामियों और लापरवाहियों को उजागर करता है। मद्रास हाई कोर्ट के निर्देशों का पालन न करना और तकनीकी परामर्श की अनदेखी क्षेत्र की सुरक्षा और स्थिरता के लिए गंभीर खतरा है।

NHAI की रिपोर्ट के बाद यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि अदालत और संबंधित एजेंसियां इन खामियों को दूर करने के लिए क्या कदम उठाती हैं। साथ ही, यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि भविष्य में इस तरह की लापरवाही न हो और घाट रोड जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में विकास कार्य विशेषज्ञता के साथ किए जाएं।