Delhi Metro News: रिठाला-कुंडली मेट्रो परियोजना से नरेला और रोहिणी के कनेक्टिविटी में होगा सुधार

मेट्रो परियोजना

Delhi Metro News: दिल्ली विधानसभा चुनाव से ठीक दो महीने पहले केंद्र सरकार ने दिल्ली मेट्रो के चौथे चरण के तहत 26.463 किलोमीटर लंबे ऋथाला-कुंडली कॉरिडोर को मंजूरी दे दी है। शुक्रवार (6 दिसंबर) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में इस परियोजना पर मुहर लगाई गई। यह फैसला उत्तर-पश्चिम दिल्ली और हरियाणा के बीच कनेक्टिविटी को बेहतर बनाएगा और यहां के मतदाताओं के लिए यह एक बड़ा तोहफा है।

21 स्टेशन होंगे सभी ‘एलीवेटेड’

इस ऋथाला-कुंडली मेट्रो कॉरिडोर में कुल 21 स्टेशन होंगे, और ये सभी स्टेशन ‘एलीवेटेड’ होंगे। यह कॉरिडोर दिल्ली मेट्रो की रेड लाइन के अंतर्गत आएगा और इसका विस्तार शहीद स्थल (नया बस अड्डा)-ऋथाला मार्ग से होगा।

परियोजना की लागत और समय सीमा

परियोजना की कुल लागत 6,230 करोड़ रुपये आंकी गई है। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जानकारी दी कि इसे मंजूरी की तारीख से चार वर्षों के भीतर पूरा किया जाएगा। इस परियोजना के तहत नरेला, बवाना और रोहिणी के कुछ हिस्सों सहित उत्तर-पश्चिम दिल्ली के इलाकों में मेट्रो कनेक्टिविटी बेहतर होगी।

नरेला तक येलो लाइन बढ़ाने की मांग

बीजेपी के वरिष्ठ नेता और दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने शुक्रवार को केंद्रीय शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात की। इस दौरान, उन्होंने येलो लाइन मेट्रो को नरेला तक बढ़ाने की मांग की।

मेट्रो परियोजना

येलो लाइन वर्तमान में मिलेनियम सिटी सेंटर गुरुग्राम से समयपुर बादली तक चलती है। विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि केंद्र सरकार ने इसे सिरसापुर मेट्रो डिपो तक बढ़ाने के प्रस्ताव को पहले ही मंजूरी दे दी है। यदि इसे नरेला तक बढ़ाया जाता है, तो लाखों लोग मेट्रो की सुविधा का लाभ उठा सकेंगे।

ऋथाला-कुंडली कॉरिडोर के फायदे

  1. बेहतर कनेक्टिविटी: नरेला, बवाना और रोहिणी जैसे इलाकों को मुख्य दिल्ली से जोड़ने में मदद मिलेगी।
  2. यात्रा में समय की बचत: मेट्रो के माध्यम से यात्रियों को तेज़ और सुरक्षित यात्रा का विकल्प मिलेगा।
  3. पर्यावरण संरक्षण: मेट्रो के विस्तार से निजी वाहनों पर निर्भरता कम होगी, जिससे प्रदूषण में कमी आएगी।
  4. आर्थिक विकास: मेट्रो कनेक्टिविटी से इन क्षेत्रों में व्यापार और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।

केंद्र सरकार की प्राथमिकता

यह परियोजना केंद्र सरकार की उन योजनाओं का हिस्सा है, जो दिल्ली और हरियाणा के बीच परिवहन को आसान बनाने के लिए बनाई गई हैं। इससे न केवल लोगों की यात्रा सुगम होगी, बल्कि आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा।

चार साल में पूरा होगा प्रोजेक्ट

मंत्रालय के अनुसार, इस परियोजना को 2028 तक पूरा करने का लक्ष्य है। इसके पूरा होने के बाद, यह क्षेत्र मेट्रो नेटवर्क का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन जाएगा और लाखों यात्रियों को लाभ पहुंचाएगा।

नरेला क्षेत्र के लोगों को उम्मीद

इस परियोजना के साथ, नरेला और आसपास के क्षेत्रों के लोग मेट्रो कनेक्टिविटी के बेहतर होने की उम्मीद कर रहे हैं। येलो लाइन को नरेला तक बढ़ाने की मांग को लेकर लोगों में उत्साह है। ऋथाला-कुंडली मेट्रो कॉरिडोर न केवल दिल्ली के लिए बल्कि हरियाणा के लिए भी एक महत्वपूर्ण परियोजना साबित होगी। केंद्र सरकार का यह कदम क्षेत्रीय विकास में एक बड़ा योगदान देगा।