Election : हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, झारखंड और महाराष्ट्र में 2024 के विधानसभा चुनावों का राजनीतिक परिदृश्य इस बार बेहद दिलचस्प रहेगा। हरियाणा में भाजपा और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला होगा, वहीं जम्मू-कश्मीर में धारा 370 हटने के बाद स्थिति जटिल है। लोकसभा चुनावो ने सभी पार्टियों को इस बार सोचने के लिए मजबूर कर दिया है।
झारखंड में झामुमो और भाजपा के बीच मुख्य मुकाबला है, जबकि महाराष्ट्र में शिवसेना, भाजपा और कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन के बीच त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिलेगा। चुनावी वादों में कृषि, बेरोजगारी, सुरक्षा, विकास और आदिवासी अधिकार जैसे मुद्दे प्रमुख हैं।
हरियाणा सहित 3 राज्यों जम्मू- कश्मीर, झारखंड और महाराष्ट्र में इसी साल विधानसभा चुनाव प्रस्तावित हैं, जिसको लेकर इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया (ECI) ने तैयारियों को रूप देना शुरू कर दिया है. चुनाव आयोग ने इन राज्यों के मुख्य निर्वाचन अधिकारीयों को 20 अगस्त तक वोटर लिस्ट के विशेष सारांश पुनरीक्षण (SSR) को पूरा करने के लिए Latter लिखा है.
2024 विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया का शुभारंभ चुनाव आयोग द्वारा अधिसूचना जारी करने के साथ होता है। इस अधिसूचना में नामांकन की तिथि, मतदान की तिथि, और मतगणना की तिथि सहित महत्वपूर्ण तिथियों की जानकारी दी जाती है।
नामांकन प्रक्रिया के दौरान, उम्मीदवार अपनी उम्मीदवारी प्रस्तुत करने के लिए आवश्यक दस्तावेज और शपथ पत्र जमा करते हैं। इसके बाद, नामांकन पत्रों की जांच होती है और वैध उम्मीदवारों की सूची जारी की जाती है।
चुनाव आयोग द्वारा निर्धारित मतदान की तारीखें बेहद महत्वपूर्ण होती हैं। आमतौर पर, चुनाव कई चरणों में होते हैं ताकि सुरक्षा और मतदान प्रक्रिया को सुचारू रूप से संपन्न किया जा सके। मतदान के दिन, मतदाता अपने-अपने मतदान केंद्रों पर जाकर अपने मताधिकार का प्रयोग करते हैं। Election Commissioner द्वारा सुरक्षा व्यवस्था, मतदान केंद्रों की संख्या, और सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जाता है ताकि चुनाव प्रक्रिया निष्पक्ष और पारदर्शी हो सके।
अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन 20 तक
चुनाव आयोग के अनुसार, तय कार्यक्रम के मुताबिक, अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन 20 अगस्त तक किया जाएगा. हरियाणा सहित इन तीनों राज्यों में वोटर के रूप में नामांकन की कट- ऑफ तारीख 1 जुलाई रहेगी.
अधिकारियों के लिए Training
मतदाता सारांश पुनरीक्षण के अलावा ECI इसी सप्ताह दिल्ली में चुनावी राज्यों के अधिकारियों के लिए विशेष प्रशिक्षण शिविर भी आयोजित करेगा. मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि इलेक्शन कमीशन चुनाव कराने की प्रक्रिया बहुत जल्द ही शुरू करेगा.
प्रमुख मुद्दे और चुनावी वादे
हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, झारखंड और महाराष्ट्र में आगामी 2024 विधानसभा चुनावों के संदर्भ में कई प्रमुख मुद्दे सामने आ रहे हैं। इन राज्यों में राजनीतिक दलों ने अपनी चुनावी रणनीतियों में जनता की समस्याओं का समाधान करने के लिए कई वादे किए हैं। इन वादों का मुख्य उद्देश्य जनता के जीवन स्तर को सुधारना और राज्य के विकास को तेज करना है।
इन राज्यों में प्रस्तावित हैं Election
दरअसल, इस साल हरियाणा सहित महाराष्ट्र, झारखंड, दिल्ली और जम्मू- कश्मीर में विधानसभा चुनाव प्रस्तावित है. इसको लेकर चुनाव आयोग लंबे समय से काम कर रहा है. आयोग ने कहा है कि जो लोग अपना नाम मतदाता सूची में जुड़वाना चाहते हैं या फिर गलती का सुधार करवाना चाहते हैं, वे अपना आवेदन दे सकते हैं.