Haryana में छाया घना कोहरा, 12 जिलों में दृश्यता 50 मीटर से भी कम, जीआरएपी-3 लागू

Haryana में छाया घना कोहरा, 12 जिलों में दृश्यता 50 मीटर से भी कम, जीआरएपी-3 लागू

Haryana के 12 जिलों में घने कोहरे का प्रकोप छाया हुआ है। सिरसा, फतेहाबाद और हिसार जैसे पश्चिमी हरियाणा के जिलों में दृश्यता 50 मीटर से भी कम हो गई है। वहीं, कुरुक्षेत्र, कैथल, करनाल, रेवाड़ी, झज्जर, गुरुग्राम, फरीदाबाद, रोहतक, सोनीपत, पानीपत, जींद और चरखी दादरी में दृश्यता 50 से 100 मीटर के बीच दर्ज की गई है।

दिल्ली-एनसीआर में जीआरएपी-3 लागू
राज्य में बिगड़ते हालात को देखते हुए केंद्रीय वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने दिल्ली-एनसीआर में ग्रेडेड रिस्पांस सिस्टम (जीआरएपी)-3 के तहत प्रतिबंध लागू कर दिए हैं। हरियाणा के 14 एनसीआर शहरों में आज सुबह 8 बजे से क्रशर और खनन गतिविधियों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।

स्कूल बंद करने पर सरकार का फैसला बाकी
कक्षा 5 तक के बच्चों के लिए स्कूल बंद करने का फैसला राज्य सरकार पर छोड़ा गया है। हरियाणा के शिक्षा मंत्री महिपाल धांडा ने कहा है कि जिलों के उपायुक्त बच्चों के लिए स्कूल बंद करने को लेकर निर्णय ले सकते हैं।

Haryana में छाया घना कोहरा, 12 जिलों में दृश्यता 50 मीटर से भी कम, जीआरएपी-3 लागू

मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट

ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने हरियाणा में 16 नवंबर तक कोहरे के लिए ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया है। सिरसा, फतेहाबाद और हिसार में घने कोहरे का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, कुरुक्षेत्र, कैथल, करनाल, रेवाड़ी, झज्जर, गुरुग्राम, फरीदाबाद, रोहतक, सोनीपत, पानीपत, जींद और चरखी दादरी में येलो अलर्ट जारी किया गया है।

घना कोहरा बना खतरा
घने कोहरे के चलते सड़कों पर दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया है। दृश्यता कम होने के कारण वाहन चालकों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। परिवहन विभाग ने भी लोगों को सावधानीपूर्वक वाहन चलाने और अनावश्यक यात्रा से बचने का सुझाव दिया है।

वायु गुणवत्ता में गिरावट

एनसीआर में प्रदूषण का स्तर खतरनाक
हरियाणा के एनसीआर क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता खतरनाक स्तर पर पहुंच गई है। इससे लोगों को सांस लेने में दिक्कत और आंखों में जलन जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। खासतौर पर बच्चों और बुजुर्गों को स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां हो रही हैं।

जीआरएपी-3 के तहत प्रतिबंध
जीआरएपी-3 के तहत निर्माण और तोड़फोड़ जैसी गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाया गया है। साथ ही, एनसीआर में हॉट मिक्स प्लांट और स्टोन क्रशर बंद कर दिए गए हैं। सरकार ने लोगों से अपील की है कि वे सार्वजनिक परिवहन का अधिक उपयोग करें और निजी वाहनों का इस्तेमाल कम करें।

जिला प्रशासन सतर्क

उपायुक्तों को दिए गए निर्देश
जिला प्रशासन को कोहरे और प्रदूषण के प्रभाव को कम करने के लिए तत्काल कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं। उपायुक्तों को स्कूलों में छुट्टी घोषित करने, यातायात को व्यवस्थित करने और स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत बनाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

स्वास्थ्य सेवाएं मजबूत करने पर जोर
स्वास्थ्य विभाग ने अस्पतालों में विशेष इंतजाम किए हैं। सांस और आंखों की समस्याओं से जूझ रहे मरीजों के इलाज के लिए विशेष वार्ड बनाए गए हैं। डॉक्टरों को सतर्क रहने और जरूरतमंदों को तत्काल सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए गए हैं।

लोगों के लिए निर्देश

सुरक्षित रहने के उपाय

  1. वाहन चलाते समय सतर्कता बरतें: वाहन चालकों को लो-बीम लाइट का उपयोग करने और गति सीमा का पालन करने की सलाह दी गई है।
  2. बाहर जाने से बचें: घने कोहरे और प्रदूषण के दौरान बच्चों और बुजुर्गों को बाहर न जाने की सलाह दी गई है।
  3. मास्क का उपयोग करें: प्रदूषण से बचने के लिए मास्क पहनने की सलाह दी गई है।

कोहरे और प्रदूषण के प्रति जागरूकता

सरकार और गैर-सरकारी संगठनों ने लोगों को कोहरे और प्रदूषण से बचाव के उपायों के प्रति जागरूक करने के लिए अभियान चलाए हैं।

हरियाणा में कोहरे और प्रदूषण का बढ़ता प्रकोप चिंता का विषय है। एनसीआर में जीआरएपी-3  (Grap 3) के तहत लागू किए गए प्रतिबंध और मौसम विभाग द्वारा जारी अलर्ट इस स्थिति को नियंत्रित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं। लोगों को सतर्क रहने और सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करने की आवश्यकता है।

इस आपदा से निपटने के लिए प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग और परिवहन विभाग को मिलकर काम करना होगा। साथ ही, लंबे समय तक ऐसे हालात से बचने के लिए प्रदूषण को कम करने और पर्यावरण संरक्षण के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है।