Fire: दवा व कैमिकल बनाने वाली कंपनी में लगी आग, एक की मौत, 18 झुलसे

फैक्ट्री वर्तिका केमिकल्स एंड फार्मास्यूटिकल्स प्राइवेट लिमिटेड मेंअचानक अचानक हुए ब्लास्ट और आग की घटना से मची अफरा तफरी
Fire : Bhiwadi  औद्योगिक कस्बे में आगजनी की घटनाएं नही थम रही है। हर 15 दिन में कहीं नक हीं आग लग ही जाती है। सुरक्षा को लेकर हो रही लापरवाही आगजनी को लेकर सामने आई है।

भिवाड़ी में स्थित फैक्ट्री वर्तिका केमिकल्स एंड फार्मास्यूटिकल्स प्राइवेट लिमिटेड में मंगलवार को अचानक हुए ब्लास्ट और आग की घटना ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया। यह घटना शाम 7 बजे की है जब कंपनी में काम चल रहा था। ब्लास्ट इतना जोरदार था कि उसकी आवाज दूर-दूर तक सुनी गई।

ब्लास्ट के तुरंत बाद आग तेजी से फैलने लगी और कुछ ही मिनटों में कंपनी के बड़े हिस्से को अपनी चपेट में ले लिया। आग बुझाने के लिए कई फायर ब्रिगेड की गाड़ियाँ मौके पर पहुँची और घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया।

इस हादसे में कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जिनमें से कुछ की हालत नाजुक बताई जा रही है।

अधिकारियों के अनुसार, इस घटना की पूरी जांच की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि ब्लास्ट का असली कारण क्या था। प्रारंभिक जांच में यह पता चला है कि कंपनी में सुरक्षा मानकों का पालन सही तरीके से नहीं किया गया था, जो इस बड़े हादसे का कारण बना हो सकता है।

कुल मिलाकर, इस हादसे ने भिवाड़ी के औद्योगिक क्षेत्र में सुरक्षा मानकों की पुनः समीक्षा की आवश्यकता को उजागर किया है।

भिवाड़ी की दवाई बनाने वाली कंपनी में हुए ब्लास्ट और आग का मुख्य कारण अभी तक पूरी तरह स्पष्ट नहीं हो पाया है। हालांकि, प्राथमिक जांच में कुछ महत्वपूर्ण तथ्यों का खुलासा हुआ है। जांच अधिकारियों के अनुसार, इस घटना का मुख्य कारण तकनीकी खराबी हो सकती है। उन्होंने बताया कि कंपनी के उत्पादन इकाइयों में सुरक्षा मानकों की कमी पाई गई है, जो इस हादसे का संभावित कारण हो सकता है।

राहत और बचाव कार्य
भिवाड़ी दवाई बनाने कंपनी में लगी आग के बाद राहत और बचाव कार्य तुरंत शुरू कर दिए गए। आग की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की टीम घटनास्थल पर पहुंची और आग बुझाने के लिए युद्धस्तर पर काम किया। फायर ब्रिगेड ने आग को नियंत्रित करने के लिए अत्याधुनिक उपकरणों और तकनीकों का उपयोग किया। आग की तीव्रता और फैले धुएं के चलते राहत और बचाव कार्य में विशेष सावधानी बरती गई।

फायर ब्रिगेड के साथ-साथ अन्य आपातकालीन सेवाओं, जैसे कि एंबुलेंस और स्थानीय पुलिस, ने भी तुरंत प्रतिक्रिया दी। एंबुलेंस सेवाओं ने घायल व्यक्तियों को शीघ्रता से नजदीकी अस्पतालों में पहुंचाया, जहां उन्हें आवश्यक चिकित्सा सुविधा प्रदान की गई। चिकित्सा टीम ने तेजी से स्थिति का आकलन किया और गंभीर रूप से घायल लोगों को प्राथमिकता दी।