Haryana : मांगो को लेकर इस दिन डाक्टर रहेंगे हडताल पर, इलाज के लिए जाने से पहले देख लें यह अहम खबर

Haryana: हरियाणा के सभी डॉक्टर्स आगामी 15 जुलाई को 2 घंटे की स्टाइक पर रहेगें.अगर सरकार सुनवाई नही करेगी तो फिर 25 को बडा आंदोलन होगा. इलाज के लिए जाने वाले लोग इस खबर को जरूर पढ लें ताकि उन्हे पछताना न पडे।

 

दरअसल हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन  (Haryana Civil Medical Services Association )के आह्वान पर डॉक्टरों ने अपनी लंबित मांगों को लेकर प्रदेश भर में हड़ताल की चेतावनी दी है। कई बार मांगो को लेकर वे सरकार को ज्ञापन दे चुके है। बार बार कोई सुनवाई नहीं होने के चलते ही ये निर्णय लेना पडा।

आम जनता पर पडेगा असर

हरियाणा में डॉक्टर्स की इस स्ट्राइक का आम जनता पर गहरा प्रभाव पड़ेगा। सबसे पहले, चिकित्सा सेवाओं में भारी समस्याएं उत्पन्न होंगी। सरकारी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में डॉक्टर्स की अनुपस्थिति के कारण मरीजों को तुरंत चिकित्सा सहायता नहीं मिल पाएगी। इससे गंभीर रोगियों के इलाज में देरी हो सकती है, जो कि उनके स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक हो सकता है।

बंद रहेगी ये सेवाएं: STRIKE मे दौरान अस्पतालों, उप मंडल अस्पतालों, पीएचसी, सीएचसी, डिस्पेंसरी तथा पॉलीक्लिनिक पर इसका सीधा असर देखने को मिलेगा. ये सेवाए बंद रहेगी।

जानिए क्या है मांगें : डॉक्टर्स ने अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी चर्चा की है, जिनमें  Medical Staff की संख्या बढ़ाने, चिकित्सा शिक्षण संस्थानों में सुधार, और डॉक्टर्स की सुरक्षा सुनिश्चित करने जैसी मांगे शामिल हैं। इन सभी मुद्दों पर सरकार के सकारात्मक कदम उठाने की आवश्यकता है, ताकि स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार हो सके और डॉक्टर्स बिना किसी बाधा के अपनी सेवाएं प्रदान कर सकें।

मरीजो को होगी परेशानी: स्टाइक के चलते मरीजों की परेशानी और बढ़ जाएगी। जो लोग नियमित जांच और उपचार के लिए अस्पताल जाते हैं, उन्हें भी इस स्ट्राइक के चलते कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा।

विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में, जहां पहले से ही चिकित्सा सुविधाएं सीमित हैं, वहां के नागरिकों को बड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। कई लोग तो लंबी दूरी तय करके शहरों में इलाज के लिए जाते हैं, और इस स्ट्राइक के कारण उन्हें और भी अधिक समस्याएं झेलनी पड़ सकती हैं।

इमरजेंसी सेवाएं भी प्रभावित हो सकती हैं, जिससे गंभीर स्थिति में मरीजों को उचित समय पर इलाज नहीं मिल पाता। इसके अलावा, वर्तमान में चल रहे विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों और टीकाकरण अभियानों पर भी इसका नकारात्मक असर पड़ सकता है।

इस तरह, डॉक्टर्स की स्ट्राइक का आम जनता पर कई तरह से प्रभाव पड़ेगा। चिकित्सा सेवाओं में रुकावट, मरीजों की परेशानी, और स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में गिरावट जैसी समस्याएं जनता के लिए चिंता का विषय बन सकती हैं।

25 को होगा चक्का जाम: डाक्टरों ने चेतावनी इसका सीधा प्रभाव ओपीडी, इमरजेंसी, पोस्टमार्टम समेत बाकी विभागों के कामों पर पड़ेगा।