Haryana News: हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री Bhupinder Singh Hooda ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट कर उन लोगों को करारा जवाब दिया, जिन्होंने विधानसभा चुनाव के दौरान उन्हें और उनके बेटे दीपेंद्र सिंह हुड्डा को ‘बापू-बेटा’ कहकर ताना मारा था। उन्होंने लिखा कि जो लोग वंशवाद का आरोप लगाते हैं, उन्हें बताना चाहता हूं कि मुझे अपने दादा और पिता पर गर्व है, जो स्वतंत्रता सेनानी थे।
देश के संविधान पर बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के साथ मेरे पिता स्वर्गीय रणबीर सिंह के हस्ताक्षर हैं। वे एकमात्र नेता थे, जो 7 अलग-अलग सदनों के सदस्य रहे। हम आज यहां लंबी संघर्ष यात्रा के बाद पहुंचे हैं।
‘बापू-बेटा’ कहने वालों को दिया जवाब
विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने ‘बापू-बेटा लगे हुए हैं’ कहकर हुड्डा परिवार पर तंज कसा था। इसके अलावा, कांग्रेस के पूर्व विधायक शमशेर गोगी ने भी ‘बापू-बेटा एकतरफा ट्रैफिक’ कहकर निशाना साधा था। पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला और राज्यसभा सांसद किरण चौधरी ने भी बापू-बेटा कहकर पिता-पुत्र पर टिप्पणी की थी।
विधानसभा सत्र में भी हुड्डा का पलटवार
हरियाणा विधानसभा सत्र के दौरान भी कांग्रेस नेता हुड्डा की नाराजगी दिखी। हुड्डा ने कहा, “हम वंशवाद हो गए, लेकिन हमारी पार्टी को देखिए। मुझे किसी के बच्चों से कोई जलन नहीं है, मैं उन्हें खुशी-खुशी आशीर्वाद देता हूं। मुझे अपने परिवार पर गर्व है।” उनका यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
BJP पर साधा निशाना
हुड्डा ने BJP की विशाल बहुमत के दावे पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा, “BJP बार-बार कह रही है कि उन्होंने भारी बहुमत से जीत हासिल की है। कितने वोट मिले आपको? आपको 39.8 प्रतिशत वोट मिले होंगे, तो हमें भी 39.4-5 प्रतिशत मिले हैं। केवल 0.5 प्रतिशत का अंतर है।”
हुड्डा ने कहा, “यह लोकतंत्र है। लोकतंत्र में जनता का शासन होता है, लेकिन कई बार लोकतंत्र हार जाता है और सिस्टम जीत जाता है। इस बार हरियाणा में सिस्टम जीता है, लोकतंत्र हार गया है।”
चुनाव परिणाम पर हुड्डा की प्रतिक्रिया
इस बार हरियाणा विधानसभा चुनाव में BJP ने 90 में से 48 सीटों पर जीत हासिल की, जबकि कांग्रेस केवल 37 सीटें ही जीत सकी। हुड्डा ने इसे लोकतंत्र की हार बताया और कहा कि सिस्टम की वजह से भाजपा सत्ता में आई है।
परिवार पर गर्व जताया
Bhupinder Singh Hooda ने अपने परिवार की विरासत पर गर्व जताते हुए कहा कि उनके दादा और पिता स्वतंत्रता संग्राम के नायक थे। उन्होंने कहा, “मेरे पिता स्वर्गीय रणबीर सिंह ने संविधान सभा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उनके संघर्ष और योगदान के कारण ही हम आज इस मुकाम पर पहुंचे हैं।”
Bhupinder Singh Hooda ने वंशवाद के आरोपों पर करारा जवाब देते हुए अपने परिवार की भूमिका और संघर्ष को रेखांकित किया। उन्होंने विरोधियों को स्पष्ट किया कि उनकी सफलता परिवार की विरासत और मेहनत का परिणाम है। साथ ही, उन्होंने BJP पर लोकतांत्रिक मूल्यों को कमजोर करने का आरोप लगाया। विधानसभा सत्र के दौरान उनकी बयानबाजी ने हरियाणा की राजनीति में एक नई बहस को जन्म दे दिया है।