Haryana News: इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय रेवाड़ी एवं श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय, पलवल के बीच तकनीकी स्किल और सहयोगात्मक अनुसंधान पर आधारित शैक्षणिक गतिविधियों के लिए MOUसाइन किया गया।
विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रोफेसर प्रमोद कुमार ने श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. राज नेहरू एवं कुलसचिव प्रोफेसर ज्योति राणा की उपस्थिति में समझौता ज्ञापन का आदान-प्रदान किया। कुलसचिव प्रोफेसर प्रमोद कुमार ने कहा कि एमओयू का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों में स्किल को निखारना है जिसके द्वारा भारत को विकसित देश बनाया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि इस प्रकार के समझौते होने से शोधार्थियों, विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को अपनी रुचि के हिसाब से स्किल बढ़ाने में फायदा होगा। युवा शक्ति को कौशल प्रदान कर उस शक्ति के सदुपयोग को अच्छे राष्ट्र के निर्माण में लगाया जा सकता है। कौशल अभियान को प्रोजेक्ट, प्रेजेंटेशन के माध्यम से अधिक से अधिक सशक्त बनाने का प्रयास बहुत जरूरी है।
कौशल विकास आर्थिक विकास के साथ-साथ पूरे समाज के सर्वांगीण विकास में भी सहायक है। विश्वविद्यालय को कौशल संस्थाओं के साथ जुड़ने पर हमें बहुत गर्व महसूस करना चाहिए। इस अवसर पर इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर जे.पी. यादव ने एमओयू के लिए विश्वविद्यालय को बधाई दी।
IGU Rewari के संबंधित विभागों के संकाय सदस्य और श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के शिक्षक संयुक्त तकनीकी स्किल और सहयोगात्मक अनुसंधान परियोजनाओं की दिशा में काम करेंगे, जिससे दोनों संस्थानों के बीच में अनुसंधान सुविधाओं का पारस्परिक रूप से उपयोग किया जा सकेगा।
एमओयू के तहत दोनों विश्वविद्यालय आपस में सिलेबस एवं फैकल्टी सदस्यों का आदान प्रदान कर सकेंगे और विद्यार्थी एवं शोधार्थी भी शिक्षकों के साथ विश्वविद्यालय में जाकर प्रोजेक्ट एवं प्रेजेंटेशन आधारित ट्रेनिंग ले सकेंगे। इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय विभिन्न संस्थाओं के साथ एमओयू पहले भी कर चुका है।