Haryana के क्लास IV (ग्रुप-डी) कर्मचारियों के लिए एक बड़ी राहत आई है। अब उन्हें यूनिफॉर्म भत्ता एकमुश्त मिलेगा, बजाय इसके कि हर महीने उन्हें किस्तों में यह भत्ता दिया जाए। पहले, इन कर्मचारियों को अपने वेतन के साथ हर महीने 440 रुपये का यूनिफॉर्म भत्ता मिलता था।
अब नए वित्तीय वर्ष से इन कर्मचारियों को यूनिफॉर्म के बिल जमा करने पर सालाना 5280 रुपये एक साथ मिलेंगे। इस संबंध में सभी विभागों को मुख्य सचिव द्वारा निर्देश जारी किए गए हैं।
दो महीने की बकाया वेतन का भुगतान होगा
साथ ही, हरियाणा के सरकारी स्कूलों में अनुबंध पर काम कर रहे चार कंप्यूटर शिक्षकों और प्रयोगशाला सहायकों को जल्द ही दो महीने का बकाया मानदेय मिल जाएगा। शिक्षा विभाग ने चार महीने के मानदेय के लिए करीब 24 करोड़ रुपये जारी किए हैं, जिससे सितंबर, अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर का मानदेय जारी किया जा सकता है। वर्तमान में राज्य में 1907 कंप्यूटर शिक्षक और 2123 प्रयोगशाला सहायक कार्यरत हैं।
हरियाणा शिक्षक पात्रता परीक्षा (HTET) का नया शेड्यूल जल्द जारी होगा
चंडीगढ़ के युवा जो शिक्षक बनने की तैयारी कर रहे हैं, उन्हें हरियाणा शिक्षक पात्रता परीक्षा (HTET) के लिए थोड़ा और इंतजार करना पड़ेगा। राज्य सरकार ने 7 और 8 दिसंबर को आयोजित होने वाली परीक्षा को स्थगित कर दिया है। HTET का नया शेड्यूल जल्द जारी किया जाएगा।
स्कूल शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव, Vineet Garg ने इस संबंध में हरियाणा बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन के सचिव को निर्देश दिए हैं। हालांकि स्थगन के आदेश में कोई विशेष कारण नहीं बताया गया है, लेकिन यह माना जा रहा है कि परीक्षा का स्थगन बोर्ड में अध्यक्ष की नियुक्ति में देरी के कारण हुआ है। अध्यक्ष की नियुक्ति लंबित है, जिससे परीक्षा की तिथि को आगे बढ़ाना पड़ा।
हरियाणा में पांच डॉक्टरों की डिग्री और एनओसी फर्जी पाए गए
हरियाणा में पांच डॉक्टरों की डिग्रियां और एनओसी फर्जी पाए गए हैं। हरियाणा मेडिकल काउंसिल ने इन डॉक्टरों के लाइसेंस को रद्द कर दिया है और पुलिस में एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है। इन डॉक्टरों ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर रजिस्ट्रेशन प्रमाणपत्र के लिए आवेदन किया था।
हरियाणा मेडिकल काउंसिल के रजिस्ट्रार, डॉ. मंदीप सचदेवा ने बताया कि डॉ. प्रवेश कुमार और डॉ. शत्रुघन यादव के एनओसी की जांच मध्यप्रदेश मेडिकल काउंसिल द्वारा की गई, जो फर्जी पाए गए। इसी तरह, डॉ. अंकित त्यागी और डॉ. प्रदीप कुमार जायस्वाल के एनओसी भी एमएमयू मुलाना द्वारा फर्जी घोषित किए गए हैं।
हरियाणा राज्य में हाल ही में कई बड़े बदलाव हुए हैं, जिनसे कर्मचारियों, शिक्षकों और डॉक्टरों के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं। जहां एक ओर ग्रुप-डी कर्मचारियों के लिए यूनिफॉर्म भत्ता एकमुश्त दिया जाएगा, वहीं दूसरी ओर शिक्षा विभाग ने परीक्षा शेड्यूल में बदलाव किया है। इसके साथ ही, सरकारी स्कूलों के अनुबंधित कर्मचारियों को बकाया वेतन मिलने की उम्मीद है। वहीं, चिकित्सा क्षेत्र में फर्जी डिग्रियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है। इन बदलावों से राज्य के नागरिकों को लाभ होगा और विभिन्न विभागों में पारदर्शिता बढ़ेगी।