Haryana Roadways: हरियाणा के पलवल जिले में स्थित मोहन गांव और इसके आसपास के 15 गांवों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। मोहन गांव में नया बस स्टैंड बनने जा रहा है, जिसे हरियाणा रोडवेज से जोड़ा जाएगा। इस बस स्टैंड के निर्माण से न केवल मोहन गांव, बल्कि यमुना पार खादर क्षेत्र के 15 गांवों के निवासियों को भी भारी लाभ मिलेगा। यह नया बस स्टैंड क्षेत्र के परिवहन की सुविधाओं में क्रांतिकारी बदलाव लाएगा।
मोहन गांव: 15 गांवों का केंद्र बिंदु
मोहन गांव यमुना पार खादर के 15 गांवों के लिए एक प्रमुख केंद्र है। इन गांवों के लोग अपने रोजमर्रा के कामों, व्यापार और शिक्षा के लिए पलवल और बल्लभगढ़ जैसे बड़े शहरों की ओर निर्भर रहते हैं। मोहन गांव से पलवल और बल्लभगढ़ बस स्टैंड के लिए बसों का आवागमन होता है। इसके अलावा, सहकारी समितियों की बसें भी इस मार्ग पर चलती हैं।
हालांकि, अब तक यहां बस स्टैंड की सुविधा न होने के कारण यात्रियों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ता था। यह गांव परिवहन का एक प्रमुख केंद्र होने के बावजूद बुनियादी सुविधाओं से वंचित था।
हर दिन सैकड़ों यात्रियों को होगी सुविधा
मोहन गांव पलवल जिले का अंतिम बड़ा गांव है, जहां से हर दिन हजारों यात्री बसों के माध्यम से यात्रा करते हैं। लेकिन यहां बस स्टैंड न होने की वजह से यात्रियों को धूप, बारिश और ठंड जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता था। बिना छांव और प्रतीक्षा स्थल के लोग खुले में खड़े रहने के लिए मजबूर थे।
नया बस स्टैंड बन जाने के बाद यात्रियों को इन समस्याओं से राहत मिलेगी। यह बस स्टैंड यात्रियों के लिए छांव, बैठने की सुविधा और बसों के समय की जानकारी उपलब्ध कराएगा।
पूर्व परिवहन मंत्री ने समझी समस्या
हरियाणा सरकार के पूर्व परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ने इस समस्या को गंभीरता से समझा और मोहन गांव में बस स्टैंड के निर्माण की योजना बनाई। उन्होंने संबंधित विभाग के अधिकारियों को इस परियोजना का खाका तैयार करने के निर्देश दिए।
इसके बाद बजट सत्र में इस परियोजना के लिए 17 करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत की गई। वर्तमान में बस स्टैंड का ढांचा तैयार हो चुका है, और यह परियोजना अगले 5 महीनों में पूरी होने की उम्मीद है।
15 गांवों को होगा सीधा लाभ
इस बस स्टैंड के निर्माण से न केवल मोहन गांव, बल्कि इसके आसपास के 15 गांवों के लोगों को भी लाभ मिलेगा। इन गांवों में शामिल हैं:
- मोहन
- कुलैना
- जलहका
- बाघपुर खादर
- भुड
- नांगलिया
- माला सिंह का फार्म
- चंडीगढ़
- दोस्तपुर
- राजुपुर
- सोल्डा
- भोला
- बलई
- थंथरी
इन गांवों के लोग अब सीधे हरियाणा रोडवेज के माध्यम से जुड़ सकेंगे, जिससे उनकी यात्रा सुविधाजनक और तेज हो जाएगी।
17 करोड़ रुपये की लागत से हो रहा निर्माण
इस बस स्टैंड के निर्माण में 17 करोड़ रुपये की लागत आ रही है। इसका ढांचा लगभग तैयार हो चुका है और निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। बस स्टैंड में यात्रियों के लिए आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इसमें छांवदार प्रतीक्षा स्थल, स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था, शौचालय और टिकट काउंटर जैसी सुविधाएं शामिल होंगी।
स्थानीय व्यापार को मिलेगा बढ़ावा
बस स्टैंड का निर्माण न केवल यात्रियों के लिए फायदेमंद होगा, बल्कि इससे स्थानीय व्यापार को भी बढ़ावा मिलेगा। आसपास के गांवों के दुकानदार और व्यापारी अब यहां बस स्टैंड के पास अपनी दुकानें खोल सकेंगे, जिससे उनके रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
पर्यावरण के अनुकूल निर्माण
इस बस स्टैंड को पर्यावरण के अनुकूल बनाने का भी प्रयास किया जा रहा है। निर्माण कार्य में ऐसे सामग्रियों का उपयोग किया जा रहा है, जो पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचाएंगे। इसके अलावा, बस स्टैंड परिसर में हरियाली बनाए रखने के लिए पौधारोपण भी किया जाएगा।
भविष्य के लिए योजनाएं
हरियाणा सरकार इस बस स्टैंड को भविष्य में और भी विकसित करने की योजना बना रही है। इसमें इलेक्ट्रिक बस चार्जिंग पॉइंट, डिजिटल सूचना बोर्ड और स्मार्ट कार्ड आधारित टिकटिंग प्रणाली जैसी सुविधाएं जोड़ी जा सकती हैं।
मोहन बस स्टैंड का निर्माण एक दूरदर्शी पहल है, जो यमुना पार खादर क्षेत्र के ग्रामीणों के लिए परिवहन सुविधा को बेहतर बनाएगा। इससे न केवल लोगों को आवागमन में सहूलियत होगी, बल्कि क्षेत्र के विकास में भी तेजी आएगी। यह परियोजना हरियाणा सरकार की ग्रामीण विकास की दिशा में एक सराहनीय कदम है। आने वाले समय में इस बस स्टैंड का लाभ हजारों यात्रियों को मिलेगा और यह क्षेत्रीय परिवहन का एक महत्वपूर्ण केंद्र बन जाएगा।