Political News: अंतर्राष्ट्रीय शूटर आरतीराव किसी परिचय की मोहताज नहीं है। वे पूर्व सीएम राव विरेद्र सिंह की पौती है तथा इनके पिता राव इंद्रजीत सिंह दक्षिण हरियाणा के बड़े नेता और वर्तमान में मोदी सरकार में मंत्री भी हैं।
राजनिति घराने से पली व पढी आरती राव राजनीति के हर गुण वाकिफ है। हरियाणा के जिला रेवाडी से आरती राव की चुनाव लडने की घोषणा से भाजपा में खलबली मची हुई है। अगर इस बार उसे भाजपा से टिकट नहीं मिली तो वह निर्दलीय चुनाव लडेगी।
आरतीराव ने हाल ही में अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की घोषणा की है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि वे आगामी चुनावों में बीजेपी के टिकट पर या निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में भाग लेंगी। उनकी यह घोषणा राजनीतिक क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है, खासकर उनके समर्थकों और राजनीतिक विश्लेषकों द्वारा।
हरियाणा में कुछ समय बाद अक्टूबर में 90 विधासभा चुनाव होने हैं। आरती राव के चुनावी दंगल में कूदने से राव इंद्रजीत सिंह अपनी ही पार्टी की मुसीबतें बढ़ा सकते हैं।
आरती सिंह को नहीं मिला मौेका
बता दे कि केंद्रीय राज्य Rao inderjit singh 2010 में अपनी बेटी आरती के लिए टिकट मांगी थी, लेकिन पार्टी ने आरती सिंह को टिकट नही दी। हाईकमान ने यह तक कह दिया था जिसे वह चाहेगा टिकट देगी, लेकिन परिवार वाद को छोडकर आरती को नही। इसी के चलते राव साहब ने अपने चेहते सुनील मुसेपुर को रेवाड़ी विधानसभा से भाजपा का टिकट दिलाया था।
सुनील मुसेपुर ने 2019 में BJP Rewari से चुनाव लडा था। लेकिन भाजपा में गुट बाजी के चलते सुनील मुसेपुर को हार देखनी पडी ओर इस भाजपा की कलह का फायदा अजय कप्तान के बेटे चिरंजीव राव को मिल गया। वो कम मत होने के बावजूद इनके कलह का फायदा उठाते हुए जीत गए।
लगी हुई है प्रचार में: शूटर आरती राव ने इस बार लोकसभा चुनावों में अपने पिता के वोट के लिए जी तोड मेहनत की थी। केंद्रीय मंत्री भी बेटी को चुनावा लडना चाह रहे है। इसी लिए वे लोकसभा चुनाव मे ये ऐलान कर चुके है कि शायद ये उनका आखिरी चुनावा हो। यानि वह चाहता है अब राजनीति में उसकी जनता के बीच आए।
आरतीराव का दृढ़ विश्वास है कि उनकी नीतियाँ और योजनाएँ समाज में एक सकारात्मक बदलाव लाने में सक्षम होंगी। वे जनता के साथ मिलकर काम करने और उनकी समस्याओं का समाधान करने के लिए तत्पर हैं, चाहे वे बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ें या निर्दलीय। उनके आगामी कदम और योजनाएँ निश्चित रूप से राजनीति में एक नई दिशा प्रदान करेंगी।
आरती सिंह ने किया ऐलान
आरती सिंह ने द इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में कहा था, “लोग मुझे चुनाव लड़ने के लिए कह रहे हैं और मुझे समर्थन भी दे रहे हैं. मैं निश्चित रूप से चुनाव लडूंगी या तो बीजेपी की टिकट पर या निर्दलीय.” ये घोषणा तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। देखना अब यह है इसका भजपा हाई कमान पर कितना असर होगा।
हरियाणा के पैरा स्पोर्ट्स एसोसिएशन की स्कीट शूटर आरती राव प्रेसिडेंट चुनी गई हैं। वह हरियाणा के पूर्व CM राव बीरेंद्र सिंह की पोती हैं। शूटिंग में 3 बार नेशनल चैंपियन रहे चुके पूर्व केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह आरती के पिता हैं। आरती शूटर मनशेर सिंह का 14 बार राष्ट्रीय चैंपियन बनने का रिकॉर्ड भी तोड़ चुकी हैं।