राधा स्वामी सत्संग डेरा व्यास के नए मुखी बने Jasdeep Singh Gill , उत्तराधिकारी को लेकर विवाद हुआ खत्म

Jasdeep Singh Gill: राधा स्वामी सत्संग ब्यास डेरा काफी पुराना है। बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों को कैंसर की बीमारी से मौत हो गई। बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों की मौत के बाद कई दिनो से हो रहा विवाद खत्म हो गया है।

 

ब्यास डेरा राधा स्वामी ने जसदीप सिंह गिल को उत्तराधिकारी घोषित किया है। अब उनकों ही गुरू नामदान देने का अधिकार रहेगा। Jasdeep Singh Gill

बता दें कि कई दिन पहले बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों को कैंसर की बीमारी से मौत हो गई थी। उनके बाद उत्तराधिकारी को लेकर काफी विवाद बना हुआ है। फायरिंग तक कर दी गई थी।

 

देश-विदेश में बड़ी संख्या में डेरा राधास्वामी के अनुयायी

देश-विदेश में बड़ी संख्या में डेरा राधास्वामी के अनुयायी हैं। समय-समय पर देश के शीर्ष राजनेता भी डेरा ब्यास जाते रहते हैं। डेरा के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया, ‘‘कुछ समय से शहर से बाहर रहे बाबाजी कल डेरा ब्यास लौटे।  डेरा सचिव एवं क्षेत्रीय प्रमुखों समेत सभी वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक बुलायी जहां उनके उत्तराधिकारी के नाम की घोषणा की गयी।’’  Radha Soami Satsang Dera Vyas

बहुत पुराना है राधा स्वामी सत्संग ब्यास डेरा

बता दें कि राधा स्वामी सत्संग ब्यास डेरा काफी पुराना है। अमृतसर में इसकी स्थापना 1891 हुई थी। डेरा विश्व के 90 से ज्यादा देशों में फैला हुआ है। इतना ही नहीं इसकी शाखाएं जापान, स्पेन, न्यूजीलैंड, यूएसए, आस्ट्रेलिया ओर अफ्रीका सहित कई देश में है। Jasdeep Singh Gill

करीब चार एकड़ जमीन डेरे के पास

Radha Soami Satsang Dera Vyas  पास चार हजार एकड़ से भी ज्यादा जमीन है। इसमें करीब 48 एकड़ का लंगर हाल है। डेरा में उत्तर भारत सबसे बड़ा सोलर पैनल लगा हुआ है और डेरा व ब्यास रेलवे स्टेशन अपनी स्वच्छता के लिए जाना जाता है।

डेरे में संगत के रहने के लिए सराय, गेस्ट होस्टल और शेड बने हुए हैं। डेरे में लोगों के मुफ्त इलाज के लिए तीन अस्पताल बने हुए है, जिसमें डेरे से 35 किलोमीटर के घेरे में रहने वाले लोगों के इलाज के लिए मुफ्त में किया जाता है।Jasdeep Singh Gill

 

भेजा इंचार्जों को लेटर भेजा


Jasdeep Singh Gill  को उत्तराधिकारी नियुक्त होने बाद एक बार फिर डेर मे चहल पहल हो गई है। डेरे के नए मुखी बनाते ही सभी सेवादार को सूचना के रूप लेटर भेजा गय है। लेटर मिलते ही फिर से श्रऋालु आने लगे है तथा सूने पडे डेरे में चहल पहल हो गई है।Jasdeep Singh Gill

Radha Soami Satsang Dera Vyas पत्र में बाबा गुरिंदर ढिल्लों ने कहा है कि जिस प्रकार हुजूर महाराज के बाद उन्हें संगत का पूरा सहयोग व प्यार मिला है, उसी प्रकार जसदीप सिंह गिल को भी संरक्षक व संत सतगुरु के रूप में उनकी सेवा निभाने में वही प्यार और स्नेह दिया जाए।

राधा स्वामी सत्संग ब्यास के संरक्षक बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों ने सुखदेव सिंह गिल के पुत्र जसदीप सिंह गिल को राधा स्वामी सत्संग ब्यास सोसाइटी का संरक्षक मनोनीत किया है। अब दोबारा से नामदान का शुरू किया जा रहा है।Jasdeep Singh Gill