UGC-NET 2024 परीक्षा हुई कैसिल, CBI करेगी जांच

UGE EXAM CANCELLED
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UGC-NET 2024: UGC-NET 2024 परीक्षा भारत में एक महत्वपूर्ण शैक्षणिक परीक्षा है, जो राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित की जाती है। इसका मुख्य उद्देश्य विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में सहायक प्रोफेसर और जूनियर रिसर्च फेलोशिप के लिए योग्य उम्मीदवारों का चयन करना है। UGC-NET परीक्षा को पास करने वाले उम्मीदवार उच्च शिक्षा संस्थानों में शिक्षण और अनुसंधान के क्षेत्र में करियर बना सकते हैं।

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की यूजीसी नेट 2024 जून सेशन की परीक्षा को रद्द कर दिया गया हैं एग्जाम में देश भर के 9 लाख से अधिक अभ्यर्थी शामिल हुए थें कुल 83 विषयों के लिए यूजीसी नेट की परीक्षा दो शिफ्टों में आयोजित की गई थीं एग्जाम एनटीए की ओर से 18 जून को आयोजित किया गया था और 19 जून को एग्जाम कैंसिल कर दिया जाएगा। परीक्षा कब होगी यह भी तय नहीं किया गया है।

पहली बार कह हुई थी NET परीक्षा?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की ओर से यूजीसी नेट परीक्षा का आयोजन पहली बार 1989 में किया गया था. उस समय एनटीए का गठन नहीं हुआ था और एग्जाम आयोग की ओर आयोजित किया जाता था. नेट एग्जाम को देश की बड़ी परीक्षाओं में गिना जाता है. जून सेशन की परीक्षा में 9 लाख से अधिक कैंडिडेट शामिल हुए थे.

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शिक्षा मंत्रालय ने कहा कि यूजीसी नेट परीक्षा में गड़बड़ी की जांच सीबीआई करेगी. सरकार परीक्षाओं की पवित्रता बरकरार रखने और छात्रों के हित की सुरक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध है. दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

कब हुआ UGC का गठन?
यूजीसा की आधिकारिक वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) का औपचारिक उद्घाटन 28 दिसंबर 1953 को तत्कालीन शिक्षा, प्राकृतिक संसाधन और वैज्ञानिक अनुसंधान मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद ने किया था।

हालांकि UGC की औपचारिक स्थापना नवंबर 1956 में भारत में विश्वविद्यालय शिक्षा के मानकों के समन्वय, निर्धारण और रखरखाव के लिए संसद के एक अधिनियम के माध्यम से भारत सरकार के एक वैधानिक निकाय के रूप में की गई थी।

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छात्रों के लिए सुझाव और तैयारियों की रणनीतियाँ
UGC-NET 2024 परीक्षा की तैयारी के लिए सही रणनीति और ठोस योजना अनिवार्य है। छात्रों को सबसे पहले समय प्रबंधन पर ध्यान देना चाहिए। एक व्यवस्थित टाइम-टेबल बनाकर अध्ययन का समय निर्धारित करें। इसके अंतर्गत प्रत्येक विषय को पर्याप्त समय दें और कठिनाई के अनुसार प्राथमिकता निर्धारित करें।

अध्ययन सामग्री की गुणवत्ता भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। मान्यता प्राप्त और विश्वसनीय पुस्तकों और नोट्स का उपयोग करें। उधार की सामग्री पर निर्भर न रहें, बल्कि स्वयं के नोट्स तैयार करें। इससे न केवल आपकी समझ में सुधार होगा, बल्कि परीक्षा के समय इन नोट्स की समीक्षा करना भी आसान होगा।