Srinagar-Jammu राष्ट्रीय राजमार्ग मंगलवार को हल्के मोटर वाहनों (LMVs) और भारी वाहनों के लिए दोनों ओर यातायात के लिए खोल दिया गया। हालांकि, यातायात अधिकारियों ने बताया कि मार्ग पर कुछ भारी वाहनों के खराब होने के कारण यातायात की गति धीमी रही, और इसके साथ ही डलवाश और मेहर कैफेटेरिया के बीच और नहसरी और बनिहाल सेक्टर के बीच मरोग और किश्तवाड़ी पठार क्षेत्र में एकल लेन की स्थिति बनी रही। इन स्थानों पर यातायात को लेकर दिक्कतें आईं, लेकिन इसके बावजूद सड़क को सामान्य यातायात के लिए खोल दिया गया।
किश्तवाड़-सींथन टॉप-अनंतनाग राष्ट्रीय राजमार्ग 244 हुआ बंद
वहीं, किश्तवाड़-सींथन टॉप-अनंतनाग राष्ट्रीय राजमार्ग-244 पर बर्फ जमा होने के कारण यह मार्ग बंद रहा। यातायात विभाग ने इस मार्ग पर यात्रा करने से बचने की सलाह दी है। बर्फबारी के चलते मार्ग की स्थिति में सुधार के बाद ही यातायात को पुनः शुरू किया जाएगा। यह मार्ग जम्मू और कश्मीर के उन क्षेत्रों को जोड़ने के लिए महत्वपूर्ण है, जो बर्फबारी के कारण अक्सर प्रभावित रहते हैं।
यातायात विभाग ने जारी किया नया एडवाइजरी
इस बीच, यातायात विभाग ने बुधवार के लिए एक नई एडवाइजरी जारी की है, जिसमें बताया गया है कि यदि मौसम ठीक रहता है और सड़क की स्थिति भी ठीक रहती है, तो हल्के मोटर वाहनों (LMVs) और भारी वाहनों को दोनों दिशाओं में यात्रा करने की अनुमति दी जाएगी। लेकिन, यातायात विभाग ने विशेष रूप से हल्के मोटर वाहन चालकों से आग्रह किया है कि वे रामबन और बनिहाल के बीच पत्थर गिरने की संभावना के चलते यात्रा से बचें। यह क्षेत्र पहाड़ी इलाका होने के कारण कभी-कभी शॉटिंग स्टोन्स की समस्या उत्पन्न कर सकता है, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ सकता है।
दिन के समय यात्रा करने की सलाह
यातायात विभाग ने LMV ऑपरेटरों से यह भी अनुरोध किया है कि वे राजमार्ग पर यात्रा केवल दिन के समय ही करें। रात के समय, तापमान में गिरावट और अन्य मौसम-related समस्याओं के कारण यात्रा करना जोखिम भरा हो सकता है। इसके साथ ही, रात के समय घाटी के कुछ हिस्सों में मौसम में तेजी से बदलाव होते हैं, जिससे दुर्घटनाओं के अधिक होने की संभावना रहती है।
यातायात की स्थिति पर ध्यान
वहीं, यातायात अधिकारियों ने बताया कि राजमार्ग पर यातायात की गति धीमी रहने की संभावना है, खासकर उन स्थानों पर जहां सिंगल-लेन का ट्रैफिक है। डलवाश और मेहर कैफेटेरिया जैसे स्थानों पर मार्ग की चौड़ाई कम होने के कारण वाहनों का रुक-रुक कर चलना जरूरी हो जाता है। इसके अलावा, इन स्थानों पर भारी वाहनों के खराब होने के कारण यातायात में और रुकावट आई, जिससे यात्रा करने वाले यात्रियों को असुविधा हुई।
हालांकि, यातायात विभाग ने इस पर काम करना शुरू कर दिया है और कोशिश की जा रही है कि इन स्थानों पर जल्द से जल्द ट्रैफिक को सुगम किया जा सके।
यात्री किस प्रकार की सावधानी बरतें
जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर यात्रा करने वाले यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे मौसम की स्थिति का पूरी तरह से ध्यान रखें और केवल उन्हीं स्थानों पर यात्रा करें, जहां यातायात विभाग ने यात्रा करने की अनुमति दी हो। भारी बर्फबारी और सर्दी के कारण सड़कें अक्सर फिसलन और खतरनाक हो सकती हैं, इसलिए चालक को सतर्क रहने की आवश्यकता होती है। इसके साथ ही यात्री अपनी यात्रा से पहले राजमार्ग पर यात्रा के लिए सभी आवश्यक दस्तावेज़ और आपातकालीन उपकरण साथ लेकर चलें।
पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी का प्रभाव
जम्मू और कश्मीर जैसे पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी की वजह से राजमार्गों पर अक्सर यातायात की स्थिति प्रभावित हो जाती है। खासकर, सींथन टॉप जैसे उच्च क्षेत्रों में बर्फ की मोटी परत जमा हो जाने से सड़कें पूरी तरह से अवरुद्ध हो सकती हैं। ऐसे में यातायात विभाग ने स्थिति की गंभीरता को समझते हुए इन मार्गों को खोलने की योजना बनाई है, ताकि यात्रियों को कोई कठिनाई न हो।
इस तरह की बर्फबारी के दौरान सड़क पर फिसलन के कारण वाहन दुर्घटनाएं हो सकती हैं, और इसके अलावा शॉटिंग स्टोन्स भी यात्रियों के लिए खतरे का कारण बन सकते हैं, जिससे विभाग ने इस बार विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी है।
राजमार्ग पर यात्रा करने वाले सभी यात्रियों से यह अनुरोध किया जाता है कि वे यात्रा करने से पहले मौसम की रिपोर्ट की जांच करें और यातायात विभाग द्वारा जारी की गई एडवाइजरी का पालन करें। पहाड़ी इलाकों में बदलते मौसम और बर्फबारी के कारण सड़क की स्थिति में अचानक बदलाव आ सकते हैं, इसलिए सतर्क रहना और अपनी यात्रा को सुरक्षित तरीके से पूरा करना जरूरी है।